Agriculture Tips : रबी की फसलों का आधा समय पूरा हो गया है. कुछ महीनो बाद रबी की फसलों की कटाई का समय आ जाएगा. आशा करते हैं कि सभी किसान भाइयों के खेतों में फसल अच्छी होगी. लेकिन इस समय किसानों को सबसे बड़ी समस्या नीलगाय से हो रही है. नीलगाय झुंड में आकर किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं. जिसके कारण किसानों की महीनों की मेहनत के साथ हजारों रुपए का नुकसान भी हो जाता है. लेकिन आज हम किसान भाइयों के लिए नीलगाय भगाने के पांच रामबाण उपाय लेकर आए हैं, जिनका उपयोग करने पर आपके खेतों के आस-पास नीलगाय दिखाई नहीं देंगे.
फसलों को नीलगाय से बचाने के 5 रामबाण इलाज
एक कृषि रक्षा अधिकारी ने मीडिया से बातचीत करते हुए नीलगाय से फसलों को बचाने के लिए कुछ रामबाण तरीकों के बारे में बतलाया है, बताए गए रामबाण इलाज खेतों से नीलगाय को दूर रखने के लिए कारगर साबित होते हैं. किसान भाई इन तरीकों के बारे में जानकारी प्राप्त करें और अपने खेतों में बताए गए तरीकों को अपनाएं.
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बाड़ बनाकर नीलगाय बचाव
यह सालों से चला आ रहा पारंपरिक तरीका है, जो कि हर किसान अपने खेतों में इस्तेमाल करते रहें है. किसान खेतों के चारों ओर लकड़ी के खूंटे लगाकर तार लगा सकते हैं और लकड़ी की मदद से बाड़ बना सकते हैं. लेकिन यह तरीका नीलगाय के लिए काम कारगर साबित होता है क्योंकि वह बाढ़ के ऊपर से कूदने में सक्षम होते हैं. हालांकि इस तरीके से अन्य जंगली जानवर से खेतों को सुरक्षा मिल सकती है.
झटका मशीन लगाकर
नीलगाय के लिए यह तरीका रामबाण साबित हो रहा है. सभी किसान भाई इस रामबाण इलाज को अपना रहे हैं. इसे झटका करंट विधि के नाम से भी जानते है. इस विधि में किसान अपने खेतों के चारों तरफ तार की मदद से घेराबंदी करते हैं और उसे एक झटका मशीन जिसमें 12 वोल्ट की बैटरी जुड़ी हुई होती है, उससे जोड़ा जाता है. और किसान भाई इस रात के समय में चालू करते हैं. जब भी नीलगाय खेतों के चारों तरफ लगे तार के संपर्क में आते हैं, तो उन्हें एक करंट का झटका लगता है. जिसके डर की वजह से वह खेतों के आस-पास नहीं भटकते हैं. यह नीलगाय भगाने का सबसे अच्छा रामबाण इलाज है और किसान भाई वर्तमान में इसे इस्तेमाल भी कर रहे हैं.
बंदूक वाला जुगाड़
नीलगाय को भगाने के लिए बंदूक वाला जुगाड़ वर्तमान में किसान भाई खूब इस्तेमाल कर रहे हैं. अगर आप किसान है तो आपने देखा होगा कि एक पीवीसी पाइप का जुगाड़ बनाकर बंदूक बनाई जाती है जिसमें एक केमिकल डालकर आग लगाने पर एक धमाका होता है. इस धमाके के कारण आपके आस-पास में उपलब्ध नीलगाय एवं अन्य जंगली जानवर आपके खेतों से दूर भाग जाते हैं.
देसी गाय का मूत्र का छिटकाव
कृषि रक्षा अधिकारी द्वारा बताए गए इस तीसरे रामबाण इलाज के तहत फसलों से नीलगाय को दूर रखने के लिए देसी गाय के मूत्र का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसमें आपको एक देसी गाय के 1 लीटर मूत्र को 100 लीटर पानी में मिलकर अपने खेतों के चारों और छिड़काव करना है. जिसके बाद से नीलगाय आपकी फसलों के पास नहीं आएंगे. हालांकि यह कितना कारगर साबित होता है यह किसान इस्तेमाल करके पता कर सकते हैं.
नीलगाय के मल का करे छिटकाव
तीसरा तरीका यह भी है कि आप नीलगाय को खेतों से भगाने के लिए नीलगाय के मल का ही इस्तेमाल कर सकते हैं. नीलगाय का स्वभाव होता है कि वह अपने मल और मूत्र को एक ही जगह छोड़नी है. अगर किसान भाइयों को नीलगाय का मल प्राप्त हो जाता है, तो उसे पानी में मिलाकर एक घोल तैयार कर ले. जिसे अपने खेतों के आस-पास छिड़काव करने से नीलगाय खेतों से दूर रहेगी.
फिनायल का कर सकते हैं इस्तेमाल
यह एक अच्छा उपाय है नीलगाय को अपने खेतों से दूर रखने का. किसान भाई अपने खेतों में बाजार में मिलने वाली फिनायल का छिड़काव कर सकते हैं. बाजार में उपलब्ध फिनायल को पानी में मिलकर अपने खेत के चारों और छिड़काव कर सकते हैं, जिसके तेज दुर्गंध के कारण नीलगाय या अन्य जंगली जानवर आपके खेतों के आस-पास नहीं आएंगे.