सभी किसान भाइयों ने अपने खेतों में गेहूं और जो की फसल की बुवाई कर दी होगी और और आशा करते हैं कि आपकी फसल बेहद ही अच्छी होगी. लेकिन गेहूं और जो की फसल के साथ-साथ घास-पूस भी बराबर उगता है. जो कि किसानों की फसल को काफी ज्यादा नुकसान पहुंच जाता है. इसको लेकर किसान काफी ज्यादा परेशान रहते हैं. गेहूं की फसल से घास-फूस जैसे बथुआ, गुल्ली डंडा, मकोय को उखाड़ने में बहुत मेहनत लगती है. आज हम इस लेख में एक कृषि एक्सपर्ट की राय जानते हैं की किसान अपने गेहूं की फसल में हो रहे खरपतवार को कैसे हटाए, ताकि आपकी फसल को अच्छे से ग्रौथ मिले.
खरपतवार पहुंच जाता है फसल को नुकसान
किसी को खरपतवार के बारे में जानकारी नहीं होगी. उन्हें बता दे की खरपतवार आपकी खेतों में उगने वाले बथुआ, गुल्ली डंडा, मकोय जैसे घास-फूस है जो कि गेहूं की बुवाई के साथ-साथ यह भी तेजी से उगते हैं. जो कि गेहूं की फसल के लिए काफी नुकसानदायक होते हैं. गेहूं की फसल के बुवाई के बाद गेहूं के पौधों में मिलने वाले पोषक तत्वों का आधा हिस्सा खरपतवार इस्तेमाल करता है. जिसके कारण आपका गेहूं की फसल की ग्रोथ धीरे होती है, इससे आपके उत्पादन में भी फर्क पड़ता है. इसीलिए इन्हें सही समय पर हटाना बहुत जरूरी है.
यह भी देखिए: आ गई खुशखबरी… इस दिन आ रही है PM KISAN YOJANA की 19वीं किस्त, सरकार ने जारी की तारीख, Pm Kisan 19th Installment Date
क्या है “कृषि एक्सपर्ट” की राय
कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी का कहना है कि किसानों को गेहूं की सिंचाई के बाद अगर खेतों में सकरी पत्ती में गुल्ली डंडा, चौड़ी पत्ती में बथुआ और मकोय उगते हैं. तो उन्हें फसल के उत्पादन के लिए सही समय पर खत्म करना जरूरी है अन्यथा वह फसल पर बुरी तरह से प्रभाव डालते हैं. कृषि एक्सपर्ट का कहना है की खरपतवार को खत्म करने के लिए बाजार में कई रासायनिक खरपतवार नाशक है, जिनका इस्तेमाल करके आप गेहूं की खेती में बढ़ रहे खरपतवार को खत्म कर सकते हैं.
रासायनिक खरपतवार नाशक इस्तेमाल करने का सही समय
कृषि एक्सपर्ट का कहना है कि गेहूं की बुवाई के बाद 35 से 40 दिनों के भीतर खरपतवार को खत्म करने वाली दवाई का इस्तेमाल करना चाहिए. अगर इससे ज्यादा देरी किसान करता है तो गेहूं की फसल पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ेगा. अगर किसान खेतों में ज्यादा समय के बाद रासायनिक खरपतवार नाशक का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे फसल पर भी दूर प्रभाव पड़ता है. रासायनिक खरपतवार नाशक का इस्तेमाल करने से पहले मौसम का भी अवलोकन कर ले. अगर मौसम खुला हुआ है धूप निकली हुई है तो ही खरपतवार नाशक दवा का फसलों में इस्तेमाल करें.
यह भी देखिए: Maiya Samman Yojana 2025: योजना के तहत महिलाओं को मिलेंगे सालाना ₹30,000 रूपए, महिलाएं ऐसे ले सकती है लाभ, जानिए
कौनसे खरपतवार नाशक दवा का करें इस्तेमाल
अगर आपकी गेहूं की फसल में चौड़ी पत्ती और सकरी पत्ती के खरपतवार उग जाते हैं तो उनको खत्म करने के लिए सल्फोसल्फ्यूरॉन 75 डब्ल्यूजी (Sulfosulfuron 75 WG) और मेटसल्फ्यूरॉन मिथाइल 20% (Metsulfuron methyl 20%) का छिड़काव करना चाहिए। यह कई कंपनियों द्वारा बनाए जाते हैं और मार्केट में उपलब्ध है.